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एनईपी 2020: उच्च शिक्षा नीति पर उद्घाटन भाषण देने के लिए पीएम मोदी।


केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्कूली पाठ्यक्रम में कमी से लेकर एमफिल की छूट तक के कई बदलावों का सुझाव दिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत उच्च शिक्षा में परिवर्तनकारी सुधारों पर at कॉन्क्लेव में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन भाषण देंगे। यह पहली बार होगा जब पीएम मोदी एनईपी 2020 पर पिछले महीने इसकी घोषणा के बाद बोलेंगे।

केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अनुमोदित नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) ने स्कूली पाठ्यक्रम में कमी से लेकर एमफिल की छूट तक के कई बदलावों का सुझाव दिया।

एनईपी का उद्देश्य एक ऐसी शिक्षा प्रणाली बनाना है जो देश को बदलने, सभी को उच्च-गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान करने और भारत को वैश्विक स्तर की वैश्विक शक्ति बनाने में सीधे योगदान देता है।

नई नीति 2035 तक हाई स्कूल के 50% छात्रों के लिए उच्च शिक्षा तक पहुंच का विस्तार करना चाहती है, और उस तारीख से पहले सार्वभौमिक वयस्क साक्षरता प्राप्त करना है। 

निष्कर्ष: 

"आज राष्ट्रीय शिक्षा नीति की देशभर में चर्चा हो रही है। 3-4 साल के व्यापक विचार-विमर्श और लाखों सुझावों पर लंबे मंथन के बाद इसे स्वीकृत किया गया है।"

 

"अब सबकी निगाहें इसके Implementation पर हैं। इस चैलेंज को देखते हुए जहां कहीं कुछ सुधार की आवश्यकता है, उसे हमें मिलकर ही करना है।"


"राष्ट्रीय शिक्षा नीति में Teacher Training पर बहुत जोर है, वे अपनी Skills लगातार अपडेट करते रहें, इस पर बहुत जोर है।."

"राष्ट्रीय शिक्षा नीति का जैसे-जैसे विस्तार होगा, शिक्षा संस्थानों की ऑटोनॉमी की प्रक्रिया भी और तेज होगी।"

"21वीं सदी के भारत से पूरी दुनिया को बहुत अपेक्षाएं हैं। "

"भारत में सामर्थ्य है कि वह टैलेंट और टेक्नोलॉजी का समाधान पूरी दुनिया को दे सकता है।

इस जिम्मेदारी को भी हमारी एजुकेशन पॉलिसी Address करती है।"

"अभी तक जो हमारी शिक्षा व्यवस्था है, उसमें What to Think पर फोकस रहा है,

जबकि इस शिक्षा नीति में How to Think पर बल दिया जा रहा है।"

"कोशिश यह है कि बच्चों को सीखने के लिए Discovery Based, Discussion Based और Analysis Based तरीकों पर जोर दिया जाए।"

"हमें अपने विद्यार्थियों को Global Citizen भी बनाना है और इसका भी ध्यान रखना है कि वे अपनी जड़ों से जुड़े रहें।"


जड़ से जग तक, 


मनुज से मानवता तक, 


अतीत से आधुनिकता तक,


सभी बिंदुओं का समावेश करते हुए इस राष्ट्रीय शिक्षा नीति का स्वरूप तय किया गया है।


हर देश अपनी शिक्षा व्यवस्था को अपनी National Values के साथ जोड़ते हुए, अपने National Goals के अनुसार रिफॉर्म करते हुए चलता है।  


राष्ट्रीय शिक्षा नीति 21वीं सदी के भारत की, नए भारत की नींव तैयार करने वाली है।

Source: https://twitter.com/narendramodi



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